इस बीच नए युवा कहानीकारों ने नए सिरे से बदले जीवन अनुभवों और बदले यथार्थ को अपनी कहानियों में समेटना शुरू किया है.
वह इस समय दूसरे कमरे में बेहोश पड़ा है। आज मैंने उसकी शराब में कोई चीज़ मिला दी थी कि ख़ाली शराब वह शरबत की तरह गट-गट पी जाता है और उस पर कोई ख़ास असर नहीं होता। आँखों में लाल ढोरे-से झूलने लगते हैं, माथे की शिकनें पसीने में भीगकर दमक उठती हैं, होंठों कृष्ण बलदेव वैद
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रूस के साथ क़ैदियों की अदला-बदली का वो सीक्रेट ऑपरेशन जिसमें आते रहे उतार-चढ़ाव
मुकाबला शुरू से ही कड़ा था, दोनों पहलवान बढ़त हासिल करने के लिए संघर्ष कर रहे थे। लेकिन जैसे-जैसे मिनट बीतते गए, यह स्पष्ट हो गया कि राजेश को फायदा था। उनके वर्षों के प्रशिक्षण और अनुभव का फल मिला और वह हर मोड़ पर अपने प्रतिद्वंद्वी को मात देने में सक्षम हुए।
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पश्चिम बंगाल कांग्रेस में अधीर रंजन चौधरी की जगह क्या कोई ले पाएगा?
" किरन अभी भोरी थी। दुनिया में जिसे भोरी कहते हैं, वैसी भोरी नहीं। उसे वन के राधिका रमण प्रसाद सिंह
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उन्होंने क्षेत्र के कुछ सर्वश्रेष्ठ पहलवानों के खिलाफ खुद को साबित किया था, और दिखाया था कि वह पहलवान नाई के रूप में अपने खिताब के लिए वास्तव में योग्य थे। उस दिन के बाद से राजेश की प्रसिद्धि बढ़ती ही गई। लोग उसे कुश्ती करते देखने के लिए दूर-दूर से आते थे और उसकी नाई की दुकान पहले से भी अधिक लोकप्रिय हो गई।
इमेज कैप्शन, राजेंद्र यादव संकलित इस किताब में उषा प्रियंवदा, कृष्णा सोबती, कमलेश्वर, रेणु और भीष्म साहनी की कहानियाँ संकलति हैं.